Followers

Wednesday, December 22, 2010

मौसम ने ली अंगडाई ( बाल -कविता )


पीला है अमलतास
लाल-लाल है गुलमोहर
मौसम ने ली अंगडाई
देखो, बच्चो जी भरकर //


पीली सरसों,श्यामल अलसी
कृष्ण की याद दिलाये
शहतूतो पर कोकून देख
खुश हुए है बुनकर //

कोयल बोले कुहू -कुहू
फूलों की लड़ी लगी है
मचल उठे है तितलियाँ
भौरे की गुंजन सुनकर //

6 comments:

  1. वाह क्या बात है....कोयल बोले कुहू -कुहू फूलों की लड़ी लगी है, मचल उठे है तितलियाँ भौरे की गुंजन सुनकर ! बहुत ही प्यारी कविता भाई साहब ! तितलि और फुलों वाली फोटो बहुत ही मनमोहक !

    ReplyDelete
  2. पीला है अमलतास
    लाल-लाल है गुलमोहर
    मौसम ने ली अंगडाई
    देखो, बच्चो जी भरकर

    बहुत सुन्दर रचना

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर बाल गीत

    ReplyDelete
  4. वाह....वाह...वाह...

    यह केवल बाल के ही नहीं...बड़ों के भी मन को मोह लेने वाली कविता है...

    प्रकृति का सुन्दर चित्र खींचा है..
    सुन्दर बिम्ब प्रयोग किये हैं आपने...मनोहर कविता...वाह !!!

    ReplyDelete

Popular Posts