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Sunday, December 19, 2010
गोदावरी --दक्षिण की गंगा
उत्तर भारत में गंगा जिस प्रकार पवित्र है उसी प्रकार दक्षिण में गोदावरी । यह हिन्दुओ का पवित्र तीर्थ स्थल भी है /
इसके किनारे बहुत सारे तीर्थस्थल अवस्थित है /
यह महारास्त्र के त्रिम्बक नामक स्थान से जो की नासिक जिले है ,से निकलती है ...और पांच राज्यों महारास्त्र ,छतीसगढ़ ,ओड़िसा और आंध्रप्रदेश होकर बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है /
इसकी कुल लम्बाई १४६५ किलोमटर है /
यह कहा जाता है कि गौतम नाम के ऋषि अपनी पत्नी के साथ त्रियम्ब्केशेअर की पहाडियों में रहते थे / ऋषि के पास एक बड़ा गोदाम था जिसमे चावल भरा रहता था /एक दिन एक गाय ऋषि की कुटिया में घुसकर सारे चावल खा गई / जब ऋषि गई को घास खिलाने लगे ...तो वह गाय मर गई / ऋषि गोहत्या के पाप से डर गए /वे गोहत्या के पाप से मुक्त होना चाहते थे /उन्होंने शिव की प्रार्थना की ...कि वे त्रियाम्केश्वर आकर उनकी कुटिया को शुद करे / शिव त्रियम्बक के रूप में प्रगट हुए / और गंगा को लाये /
चुकि गौतम ऋषि की कृपा से गंगा यहाँ आई ....जिसके कारण इस गौतमी भी कहा जाता है /
अगर कहानी दूसरी है तो पाठकों से निवेदन है की वे भी अपना विचार दे /
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It's a good descriptive account.
ReplyDeleteNice information. Gooooood.
ReplyDeleteA good post.. informative
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