खट्टे -मीठे अनुभव/रंग-बिरंगी कवितायें
बहुत,बेहतरीन अच्छी प्रस्तुति,सुंदर फागुनी रचना के लिए बधाई,.....MY NEW POST...आज के नेता...
बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
हो जाएँगी जिन्दा सभी वीरान महफ़िलें.ये हमनशीं लबों की प्यास सभी जिन्दगी की हद में हैं ....उसको बना लो अपना जो उस पार भी चले ...बहुत - बहुत बधाई आदरणीय भाई जी ..//
सीने में उठती है जो लहर ,मुहब्बत नाम है ....दिलबरों का ऐसे ही नहीं चाहत - ऐ- इनाम है ..!!! बहुत -बहुत .बधाई आदरणीय भाई जी ..//
जय हो, नये मानक स्थापित कर रहे हैं..
बेहतरीन प्रस्तुति,
फागुनी बयार को चूमता हूँ // WAAH SIR... BAHUT SUNDAR...
पा लू तेरे गोरे बदन की खुशबू , किसी तरहइस उम्मीद में अब , फागुनी बयार को चूमता हूँ // बहुत खूब तसव्वुर है .
बहुत,बेहतरीन अच्छी प्रस्तुति,सुंदर फागुनी रचना के लिए बधाई,.....
ReplyDeleteMY NEW POST...आज के नेता...
बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
ReplyDeleteहो जाएँगी जिन्दा सभी वीरान महफ़िलें.ये हमनशीं लबों की प्यास सभी जिन्दगी की हद में हैं ....उसको बना लो अपना जो उस पार भी चले ...बहुत - बहुत बधाई आदरणीय भाई जी ..//
ReplyDeleteसीने में उठती है जो लहर ,मुहब्बत नाम है ....दिलबरों का ऐसे ही नहीं चाहत - ऐ- इनाम है ..!!! बहुत -बहुत .बधाई आदरणीय भाई जी ..//
ReplyDeleteजय हो, नये मानक स्थापित कर रहे हैं..
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ReplyDeleteफागुनी बयार को चूमता हूँ //
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पा लू तेरे गोरे बदन की खुशबू , किसी तरह
ReplyDeleteइस उम्मीद में अब , फागुनी बयार को चूमता हूँ //
बहुत खूब तसव्वुर है .