बबन जी सच है बिन्दुओं से रेखा तो बन जाती है, पर आज तक समझ नहीं आया, यह मुस्कान दिल में कैसे उतर जाती है। मुस्कान छोटी सी, दिल गागर बहुत बड़ी, एक मुस्कान से गागर फिर भी भर जाती है। खूबसूरत एवं सराहनीय रचना....... कृपया इसे भी पढ़े- नेता कुत्ता और वेश्या
बहुत बेहतरीन लिखा आपने ,लाजबाब प्रस्तुति,सुंदर पोस्ट
ReplyDeleteNEW POST.... ...काव्यान्जलि ...: बोतल का दूध...
तुम्हारी हर मुस्कान से
ReplyDeleteमेरे दिल का गागर भरता है /
bahut achhe sir jee...
it is very interesting to read your poems.
बबन जी सच है बिन्दुओं से रेखा तो बन जाती है,
ReplyDeleteपर आज तक समझ नहीं आया,
यह मुस्कान दिल में कैसे उतर जाती है।
मुस्कान छोटी सी, दिल गागर बहुत बड़ी,
एक मुस्कान से गागर फिर भी भर जाती है।
खूबसूरत एवं सराहनीय रचना.......
कृपया इसे भी पढ़े-
नेता कुत्ता और वेश्या