खट्टे -मीठे अनुभव/रंग-बिरंगी कवितायें
मिलने को तो मिल जायेंगें , अब हर फूल को भवरा//waah sir jee... kya baat kahi aapne
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति..
बहुत सुंदर रचना,बेहतरीन अभिव्यक्ति.....RESENT POST...फुहार...फागुन...RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,
मिलने को तो मिल जायेंगें , अब हर फूल को भवरामगर , तुम्हारे इनकार के बादमेरी कलम ,शायद ही कभी मिलन-गीत लिखेगी बबन भाईसाहब...बहुत ही भावपूर्ण पंक्तियाँ...... दिल को छू लेने वाली |
:) :) ये भी एक भाव आएगा इसी के साथ:) फिर बहारें आयेंगी; फिर गुलशन जवाँ होंगेज़िन्दगी में फिर किसी मोड़ पर हम मिलेंगे!
सुंदर भाव भाई जी प्रेम भरे !!
वाह ! क्यूं रोये जमाने के डर से ? जमाना तो वैसे भी रुलाता है !आज गर कुम्हला गये है तो कल फिर कली बन के आयेंगे
भावों का सुन्दर प्रगटीकरण ।।शुभकामनायें |
मिलने को तो मिल जायेंगें , अब हर फूल को भवरा//
ReplyDeletewaah sir jee... kya baat kahi aapne
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति..
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना,बेहतरीन अभिव्यक्ति.....
ReplyDeleteRESENT POST...फुहार...फागुन...
RECENT POST...काव्यान्जलि
...रंग रंगीली होली आई,
मिलने को तो मिल जायेंगें , अब हर फूल को भवरा
Deleteमगर , तुम्हारे इनकार के बाद
मेरी कलम ,शायद ही कभी मिलन-गीत लिखेगी
बबन भाईसाहब...बहुत ही भावपूर्ण पंक्तियाँ...... दिल को छू लेने वाली |
:) :)
ReplyDeleteये भी एक भाव आएगा इसी के साथ:)
फिर बहारें आयेंगी; फिर गुलशन जवाँ होंगे
ज़िन्दगी में फिर किसी मोड़ पर हम मिलेंगे!
सुंदर भाव भाई जी प्रेम भरे !!
ReplyDeleteवाह !
ReplyDeleteक्यूं रोये जमाने के डर से ? जमाना तो वैसे भी रुलाता है !
आज गर कुम्हला गये है तो कल फिर कली बन के आयेंगे
भावों का सुन्दर प्रगटीकरण ।।
ReplyDeleteशुभकामनायें |