तारों की लड़ी लगी है
चमक उठे हर सीप
तम का हार हुआ है
चमक उठे हर दीप ॥
भाग चला दरिद्रता
दिखाकर अपनी पीठ
लक्ष्मी के आने से
आनंदित है सब हित॥
आतिशवाजी के शोर से
गूंजने लगा चहुदिस
लक्ष्मी -गणेश जी आयेगे
घर -घर में नित ॥
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aati sunder .....happy diwali
ReplyDeleteआपको भी दीपावली की हार्दिक शुभ-कामनाएं,बधाई,
ReplyDeleteमाँ लक्ष्मी,सरस्वती,एवं भगवान गणपति
नित आपके घर आएं,वैभव-ऐश्वर्य नित बरसायें
बहुत अच्छा बड़े भाई. प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
ReplyDeletebahut sunder chitran,abhivyakti aur aastha :)
ReplyDeleteआतिशवाजी के शोर से
ReplyDeleteगूंजने लगा चहुदिस
लक्ष्मी -गणेश जी आयेगे
घर -घर में नित ॥
wahh bahot achchi baat kahi hai aapne.......
bahto badhiya rachna
badhai aapko
achchi kavita hai...keep writing.
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